” द हिन्दी ” डेस्क….
मेघनगर। रतलाम निवासी मुमुक्षु भव्यता जी गांधी ने गत दिनों अपने जैन भगवती दीक्षा लेने की इच्छा व्यक्त की जिस पर परिवारजनों व रतलाम श्री संघ द्वारा नागदा धार विराजित पूज्य प्रवर्तक श्री जिनेंद्र मुनि जी म सा आदि ठाना के समक्ष मुमुक्षु भव्यता जी के जन्मदिवस के सुखद संयोग पर 30 नवंबर को उपस्थित होकर मुमुक्षु भव्यता जी गांधी को दीक्षा प्रदान करने का आज्ञा पत्र सुपुर्द किया। इस स्वर्णिम अवसर के कई श्री संघ साक्षी बने। इस अवसर पर मेघनगर श्री संघ के कई सदस्यों ने भी श्री संघ रूप में पहुंचकर प्रवर्तक श्री के समक्ष मुमुक्षु भव्यता जी गांधी की दीक्षा का समारोह मेघनगर में करने की अनुमति प्रदान करने हेतु जोरदार विनंती की। इस अवसर पर नागदा धार में विनंती हेतु गए सदस्यों ने प्रवर्तक श्री के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि 4 दिसंबर को नागदा धार में मुमुक्षु श्री अचल जी श्री श्रीमाल व 26 दिसंबर को हाटपिपलिया में मुमुक्षु श्री प्रांशुक जी कांठेड़ तथा प्रियांश जी लोढ़ा की दीक्षा संपन्न करवाने के बाद जब आप श्री का होली चातुर्मास हेतु बड़ौदा एवं उसके आगे आखातीज पारणा महोत्सव हेतु अंकलेश्वर पधारने के लिए विहार होगा तो मुमुक्षु भव्यता जी गांधी के दीक्षा महोत्सव हेतु मेघनगर सबसे उपयुक्त स्थान रहेगा। क्योंकि इसी ओर से बड़ौदा विहार के लिए आसानी रहेगी।
वंही उक्त दीक्षा महोत्सव का लाभ मेघनगर श्री संघ को मिले ऐसी संभावना के दृष्टिगत मेघनगर श्री संघ की एक विशेष बैठक गत दिनों संपन्न हुई जिसमें उक्त महोत्सव का लाभ मेघनगर को मिलने पर श्री संघ के सानिध्य में महोत्सव को धूमधाम से मनाने का सर्वानुमति से निर्णय लिया गया।
गौरतलब है कि कुछ समय पूर्व ही मुमुक्षु भव्यता जी के सांसारिक भाई सुहास जी गांधी ने जैन भगवती दीक्षा अंगीकार कर दृढ़ता से पालन किया जा रहा है। वही भव्यता जी गांधी ने विगत वर्षों में पूज्य महासती संयमप्रभा जी म सा एवं महासती वृंद के समक्ष ज्ञानार्जन किया व जैन भगवती दीक्षा की ओर अग्रसर हुई।